Wednesday, February 29, 2012

निरंतर कह रहा .......: पता थोड़े ही था जूते एक नंबर छोटे निकलेंगे (हास्य ...

निरंतर कह रहा .......: पता थोड़े ही था जूते एक नंबर छोटे निकलेंगे (हास्य ...: हँसमुखजी पत्नी के साथ मंदिर से निकले पत्नी से बोले चलने में दिक्कत हो रही है जूते काट रहे हैं पत्नी बोली बाज़ार से चप्पल खरीद लो हँसमुखजी ...

Monday, February 27, 2012

निरंतर कह रहा .......: आंटी या अम्माजी (हास्य कविता)

निरंतर कह रहा .......: आंटी या अम्माजी (हास्य कविता): हमने उन्हें बहन कह दिया वो नाराज़ हो गए कहने लगे बहन नहीं कुछ और कहो हमने समझा हमें चाहने लगे हैं हमने जाने मन कह दिया उन्हो...

Sunday, February 26, 2012

"निरंतर" की कलम से.....: भोलापन (हास्य कविता)

"निरंतर" की कलम से.....: भोलापन (हास्य कविता): आग दिलों में लगी हुयी थी निगाहें उनकी भी तिरछी थी निगाहें मेरी भी तिरछी थी ना वो मेरी सूरत ठीक से देख सकी ना मैं उनकी सूरत ठीक से देख सक...

Saturday, February 25, 2012

निरंतर कह रहा .......: हँसमुखजी की कुछ ना कुछ कहने की आदत (हास्य कविता)

निरंतर कह रहा .......: हँसमुखजी की कुछ ना कुछ कहने की आदत (हास्य कविता): हँसमुखजी की कुछ ना कुछ कहने की आदत का सामना एक दिन मुझको भी करना पडा मुझ से बोले भाई निरंतर क्या आप निरंतर खाते हैं निरंतर बोलते हैं ,...

Friday, February 24, 2012

निरंतर कह रहा .......: हँसमुखजी बचपन से बड़े भोले थे (हास्य कविता)

निरंतर कह रहा .......: हँसमुखजी बचपन से बड़े भोले थे (हास्य कविता): हँसमुखजी बचपन से बड़े भोले थे सच बोलने की बीमारी से ग्रसित थे इसे कारण कई बार परेशानी में फंस चुके थे स्कूल में सबसे उत्तम कविता लिखने पर...

Tuesday, February 21, 2012

निरंतर कह रहा .......: थोड़ा सा शर्मीला हूँ (हास्य कविता)

निरंतर कह रहा .......: थोड़ा सा शर्मीला हूँ (हास्य कविता): तुमने पूँछा किसी से क्या तुमसे मोहब्बत करता हूँ ये बहम नहीं तुम्हारा हकीकत है बंद आँखों से भी तुम्हें देखता हूँ जब निकलती हो घर से बाहर कन...

Monday, February 20, 2012

निरंतर कह रहा .......: हँसमुखजी का वक़्त बेवक्त का मज़ाक (हास्य कविता)

निरंतर कह रहा .......: हँसमुखजी का वक़्त बेवक्त का मज़ाक (हास्य कविता): हँसमुखजी वक़्त बेवक्त हर किसी का मज़ाक बनाने की आदत के शिकार थे किसी की भावनाओं का ख्याल नहीं रखते थे मित्र नया सूट पहन कर आया तो कई लोगों क...

निरंतर कह रहा .......: हँसमुखजी के कुत्ते ने छुट भैया नेता को काट लिया( ह...

निरंतर कह रहा .......: हँसमुखजी के कुत्ते ने छुट भैया नेता को काट लिया( ह...: हँसमुखजी के कुत्ते ने छुट भैया नेता को काट लिया नेता हँसमुखजी पर गुर्राया कैसा जाहिल कुता है तुम्हारा ? किसी इंसान को नहीं छोड़ता ...

Tuesday, February 14, 2012

निरंतर कह रहा .......: वैलनटाइन डे क्या ख़ाक मनाएंगे

निरंतर कह रहा .......: वैलनटाइन डे क्या ख़ाक मनाएंगे: मेरे मित्रों ने पूछा मुझसे भाई निरंतर वैलनटाइन डे कैसे मनाओगे ? क्या भाभीजी को बगीचे में घुमाओगे नदी किनारे ठंडी हवा खिलाओगे या बाहो...

Tuesday, February 7, 2012

निरंतर कह रहा .......: “पीया नहीं आये” (हास्य कविता)

निरंतर कह रहा .......: “पीया नहीं आये” (हास्य कविता): एक धुरंधर गायिका संगीत के कार्यक्रम में निरंतर दस मिनिट से पूरी ताकत और जोश से “ पीया नहीं आये ” “ पीया नहीं आये ” का अलाप ले र...

Thursday, February 2, 2012

कुछ शरमा गयी,कुछ घबरा गयी (हास्य कविता)

वो खडा था गली
के नुक्कड़ पर
उसको  देखा तो
कुछ शरमा गयी
कुछ घबरा गयी
दिल की धड़कन
बढ़ने लगी
चेहरे पर लाली
छाने लगी
सहमती हुयी बगल से
निकलने लगी
कनखियों से देखा
तो वो नहीं
उसकी सूरत से
मिलती जुलती सूरत
उसके भाई की थी
02-02-2012
97-07-02-12