Monday, March 19, 2012

निरंतर कह रहा .......: खिली धूप बरसात के बाद-हास्य रचना-(मित्रता समाप्त क...

निरंतर कह रहा .......: खिली धूप बरसात के बाद-हास्य रचना-(मित्रता समाप्त क...: खिली धूप बरसात के बाद मुस्कान आयी होठों पर बरसों की उदासी के बाद दिखा चेहरा तुम्हारा चेहरा खुद का सैकड़ों बार शीशे में देखने के बाद समझते थ...

No comments:

Post a Comment