Friday, April 13, 2012

निरंतर कह रहा .......: हास्य कविता- कितना खुशगवार था वो लम्हा

निरंतर कह रहा .......: हास्य कविता- कितना खुशगवार था वो लम्हा: कितना खुशगवार था वो लम्हा जब उसने मुस्करा कर मेरी तरफ देखा   करीब आकर मेरा पता पूछा दिल खुश हुआ जब रंग बिरंगे कागज़ में लिपटा एक तोहफा हा...

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