176-1-02-11
हंसमुखजी
को ठण्ड लग गयी
जुखाम,बुखार,सर और
बदन में दर्द हो गया
बदन में दर्द हो गया
क्या करें?
समझ नहीं आ रहा था
तभी पड़ोस के
बब्बू भाई का आना हुआ
उनसे पूंछा गया
क्या किया जाए
क्या किया जाए
जवाब में
एक गोली और पानी का
गिलास आया
हंसमुख जी ने
गोली निगली
गोली निगली
बब्बू भाई के लिए
दिल से दुआ निकली
थोड़ी देर में उन्हें
खुजली होने लगी
खुजली होने लगी
इतने में बेटा आया
उसे तकलीफ बताई
बेटे ने गोली का
नाम पढ़ा
नाम पढ़ा
माथा अपना पकड़ा
दवाई से एलर्जी थी
फौरन एक गोली
उसने टिकाई
उसने टिकाई
खुजली से मुक्ती मिलेगी
आशा जताई
थोड़े समय बाद
हंसमुखजी के पेट में
गुड्गुडी होने लगी
शौचालय की याद
सताने लगी
सताने लगी
शौचालय से बाहर
निकल
अपने मित्र
निकल
अपने मित्र
राय साहब को
फ़ोन किया
फ़ोन किया
हालात का बखान
किया
किया
राय देने का
निमंत्रण दिया
निमंत्रण दिया
राय साहब ने
यूनानी
यूनानी
काढ़े का नाम
बताया
बताया
उसे ना फेल
होने वाला
होने वाला
राम बाण बताया
इंतजाम करवाया
गया
गया
हंसमुखजी का
आना जाना होता
रहा
रहा
शरीर टूट गया,
बुखार बढ़ गया
बुखार बढ़ गया
दर्द के मारे हाल
बुरा हो गया
बुरा हो गया
काढा आया,
उसे पिया गया
उसे पिया गया
दस मिनिट बाद
उल्टी का सैलाब
आया
आया
बचा खुचा दम
निकल गया
निकल गया
सामने वाले घर से
बैद जी के भतीजे
कालू भाई को
बुलवाया
बुलवाया
उसने तत्काल
सरसों के तेल में
सरसों के तेल में
चूरन मिला कर
पिलाया
पिलाया
मुंह में रखने को
हरड का
हरड का
टुकडा दिया
हंसमुखजी को बेहतर
हंसमुखजी को बेहतर
लगने लगा
आफत टल गयी
ऐसा प्रतीत होने
लगा
लगा
फिर मत पूछों
क्या हुआ
क्या हुआ
शरीर कांपने लगा
मुंह से झाग,
शरीर से पसीना
आना शुरू हुआ
आना शुरू हुआ
बेहोशी का दौरा
आया
आया
घर में कोहराम
मच गया
मच गया
अस्पताल फ़ोन किया
ऐम्बूलेंस बुलवाया
आई सी यू में
भरती करवाया
अब ठीक हैं
स्वास्थ्य लाभ कर
रहे हैं
रहे हैं
निरंतर प्रचार भी
कर रहे हैं
कर रहे हैं
इलाज के मामले में
सिर्फ डाक्टर की
सलाह मानने का
सलाह मानने का
उपदेश भी दे रहे हैं
साथ ही ज्ञान
बघार रहे हैं
बघार रहे हैं
देश में जनसंख्या
से ज्यादा
से ज्यादा
राय देने वाले हैं
उनसे बच कर
रहने की
रहने की
बहुमूल्य नसीहत भी
दे रहे हैं
01-02-2011
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