Wednesday, September 7, 2011

मैंने बहन समझा,उन्होंने आशिक मान लिया

दिल से चाहता हूँ
कहना गजब ढ़ा गया
मैंने बहन समझा
उन्होंने
आशिक मान लिया
बात का उलटा 
मतलब निकाल लिया
मुझे नज़रों से गिरा दिया
अब देख कर अनदेखा
करते
नाम मेरा आए
तो त्योरियां चढाते
निरंतर खुद को मुझ से
दूर रखते
नज़र आ जाऊं तो रास्ता
बदलते
कैसे उन्हें समझाऊँ
हकीकत उन्हें फिर
से बताऊँ
मुझ पर यकीन उनका
लौटाऊँ
कोई उन तक पैगाम
मेरा पहुंचाए
मुझे इस कशमकश से
निकलवाए
21-02-2011
271—02-11

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