Sunday, September 18, 2011

हँसमुखजी ने इंटरनेट पर फोटो लगा दी यंग (हास्य कविता)

हँसमुखजी ने
इंटरनेट पर
फोटो लगा दी यंग
उसे देख महिलाएँ
हो गयी दंग
भेजने लगी चैट के
निमंत्रण दना दान
निरंतर
घंटों चैटिंग होने लगी
चालीस के महिलाएँ
खुद को
१६ का समझने लगी
घर परिवार की बातें
होने लगी
दिलों में ताँक झाँक
बढ़ने लगी
५५ साल के हँसमुखजी
घबरा गए
बातों ही बातों में असली
उम्र से वाकिफ करा गए
अरमानों का घडा
फूट गया
मज़ा सारा किरकिरा
हो गया
बिना फिसलन के पैर
फिसल गया
महिलाओं के रंग में
पड़ गया
भारी भरकम भंग
चैटिंग हो गयी फ़ौरन बंद
अब भैया ,बहना कहते हैं
मैसेज से काम चलाते हैं
मन के लड्डू कभी कभास
फिर भी फूट जाते हैं
19-09-2011
1525-96-09-11

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