अगर इंसान
के बाल ना होते
सब के सब गंजे
होते
सारे इंसान एक से
दिखते
मुश्किल से पहचाने
जाते
नाई कुछ और करते
कोई किसी को गंजा
ना कहता
मज़ाक किसी का
नहीं उडाता
शेम्पू,तेल,का धंधा
मंदा होता
क्रोध में कोई सर
ना खुजाता
जुओं को ढूंढना ना
पड़ता
चुटिया, दाढी कोई
ना जानता
मूंछ पर ताव कोई
ना देता
कंघा कभी कोई साथ
ना रखता
ना शेव बनानी
पड़ती
ना दाढी गालों पर
चुभती
पत्नी कभी नाराज़
ना होती
अगर इंसान
बिना बाल का होता
"निरंतर" चाँद पर हाथ
फिराता
14-01-2010
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