Monday, September 5, 2011

सपने में भी मुझे पहलवान दिखता है


हंसमुख जी
बोले डाक्टर से
नींद नहीं आती, 
मन नहीं लगता
,
चैन खो गया है
अजीब सा डर लगता है
मुझे कुछ हो गया है
डाक्टर बोला आप को
इश्क का बुखार हो गया है
फौरन इश्क कर लो
अपना इलाज खुद कर लो
हंसमुख जी बोले,इश्क तो हो गया था
मिलना भी शुरू हो गया था
उसके पहलवान भाई को
पता चल गया
एक दिन घर आया
बोला पीछा छोडोगे
या हाथ पैर तुड्वाओगे
ऐसी की तैसी,अपनी करवाओगे
तब से निरंतर,अजीब सा लगता है
मन जीने का नहीं करता है
सपने में भी मुझे पहलवान
दिखता है
23-10-2010

No comments:

Post a Comment