दिख गए थे हमें
देख कर भी ना
पहचाना हमें
हमने इशारा भी किया
उन्होंने देख कर भी
अनदेखा किया
हमने सब्र से काम लिया
उनके करीब पहुँच गए
हमें देख कर उन्होंने
किनारा कर लिया
हमसे रहा ना गया
उनका हाथ पकड़ लिया
उन्होंने गाल पर तमाचा
जड़ दिया
हमारा सर भन्ना गया
गौर से देखा
किसी और को खड़े पाया
फिर ख्याल आया
नज़र का चश्मा घर
रह गया
उनके चक्कर में
किसी और को छेड़ दिया
निरंतर हफ्ते में
सातवीं बार धोखा
खाया
28-06-2011
1108-135-06-11
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