पृथ्वी पर
भ्रष्टाचार बढ़ रहा था
देवताओं को दुःख हो रहा था
व्यथित हो सब यमराज के
पास गए
भ्रष्टाचारियों को मारने का
निवेदन किया
यमराज ने मंत्री को
भ्रष्टाचारियों की सूची बनाने का
निर्देश दिया
सालों बाद यम को याद आया
मंत्री को फिर बुलाया
सूची दिखाने का आदेश दिया
मंत्री ने जवाब दिया
हुज़ूर सूची पूरी नहीं हो रही है
निरंतर संख्या बढ़ रही है
हर दिन पहले से ज्यादा होती है
छोटी सी गुजारिश स्वीकार करें
कुछ वर्ष और इंतज़ार करें
सारे इंसान भ्रष्टाचारी होंगे
फिर नंबर नहीं लगाने होंगे
मारने के लिए नाम
नहीं ढूँढने पड़ेंगे
21-11-2010
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