Sunday, September 4, 2011

हंसमुखजी ५० के हो गए कुंवारे के कुंवारे रह गए


हंसमुखजी 
५० के हो गए
कुंवारे के कुंवारे रह गए
बन ठन कर रहते
मेकअप का नकाब
खूब लगाते
रिश्ते खूब आते
पर फौरन मना हो जाते
अरमान अधूरे रह जाते
एक दिन एक रिश्ता आया
कन्या से मिलना हुआ
रिश्ता स्वीकार हुआ
विवाह भी संपन्न हुआ
हंसमुख जी का सपना
पूरा हुआ
रात का वक़्त हुआ
मिलने का समय हुआ
बड़े प्यार से पत्नी का
घूंघट हटाया
सर और मुंह पर 
हाथ फिराया
बालों का विग
मेकअप का नकाब 
उतर गया
७५ की उम्र की अम्मा का
चेहरा नज़र आया
हंसमुख जी का खून 
जम गया
बड़ी मुश्किल से पीछा 
छुडाया
मेरे साथ धोखा हुआ
अदालत को बतलाया
बहुत मुश्किल से 
तलाक पाया
अब ना शादी में 
जाते हैं,
ना शादी का नाम
लेते हैं
कोई भूले से
ज़िक्र शादी का कर दे
फौरन सलाह देते हैं
बाल खींच कर,
चेहरा खुरच कर देखना
लोगों ने धोखा खाया
तुम धोखा मत खाना
निरंतर कहते हैं, 
शादी बर्बादी है
इसके पीछे वक़्त बर्बाद
मत करना
31-12-2010

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